उज्जैन के खाचरौद में एक बड़ा अनाज घोटाला सामने आया है। यहां सौरभ नामक व्यापारी ने आसपास के 28 व्यापारियों से करोड़ों के गेहूं का सौदा किया और फिर फरार हो गया। व्यापारियों को मुनाफे का झांसा देकर उनसे माल ले लिया गया, लेकिन 18 दिन बीतने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया। अब सभी व्यापारी थाने में शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
खाचरौद थाना पुलिस ने महेश असावा की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फरार व्यापारी की तलाश के लिए टीम बनाई गई है। व्यापारी ने खाचरौद, आगर-मालवा, बड़नगर, आलोट सहित कई क्षेत्रों से सौदे किए थे। कुछ व्यापारियों ने 35 से 57 लाख तक का गेहूं भेजा था।
बताया जा रहा है कि सौरभ ने मंडी के बाहर अधिक रेट दिलाने का झांसा देकर डील की और सभी से माल ले लिया। पुलिस अब आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर रही है और गिरफ्तारी के बाद ही गेहूं की बरामदगी की जाएगी।
चिमनगंज थाना उज्जैन: एक कुर्सी, दो प्रभारी; पुराना नहीं छोड़ रहा पद, नया कर रहा काम
उज्जैन के चिमनगंज थाने में एक अजीब स्थिति बन गई है। एक ही थाने में दो थाना प्रभारी कार्यरत नजर आ रहे हैं। पुलिस मुख्यालय की 5 अप्रैल को जारी स्थानांतरण सूची में टीआई हितेश पाटिल को देवास ट्रांसफर कर दिया गया था। वहीं बुधवार को गजेंद्र पचौरिया को चिमनगंज थाना प्रभारी नियुक्त किया गया।
पचौरिया ने कार्यभार संभाल लिया है, लेकिन पाटिल अब भी कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। इससे थाने में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। स्टाफ को समझ नहीं आ रहा कि आदेश किसका मानें। चर्चा यह भी है कि पाटिल ने स्थानांतरण निरस्त कराने की कोशिश की थी।
गुरुवार को नए प्रभारी पचौरिया ने थाने का निरीक्षण कर सफाई अभियान भी शुरू कराया और टूटा फर्नीचर मरम्मत के लिए भिजवाया। फिलहाल थाने में दो प्रभारियों की मौजूदगी से असमंजस का माहौल है।