शेड के बहाने विज्ञापन: चौकसे ने मांगी 1 करोड़ की वसूली**
*नगर निगम पर नियम विरुद्ध कार्रवाई का आरोप, लोकायुक्त में शिकायत की चेतावनी
इंदौर। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने आरोप लगाया है कि शहर के प्रमुख चौराहों पर नागरिकों को धूप से बचाने के नाम पर लगाए गए शेड का उपयोग निजी कंपनियां अपने प्रचार के लिए कर रही हैं। चौकसे ने मांग की है कि इन कंपनियों से विज्ञापन शुल्क के रूप में कम से कम एक करोड़ रुपये की वसूली की जाए।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में ग्रीन नेट लगाने की पहल नागरिकों के हित में की गई थी, लेकिन बाद में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कुछ कंपनियों को स्थायी शेड लगाने की अनुमति दी। अब वे कंपनियां इन शेड्स पर अपने विज्ञापन प्रदर्शित कर रही हैं।
चौकसे ने निगम की कार्रवाई को नियमों के विरुद्ध बताते हुए कहा कि शेड के आकार के अनुसार होर्डिंग के रेट पर विज्ञापन शुल्क निर्धारित कर कंपनियों को बिल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नगर निगम ने इस दिशा में नियम अनुसार कार्रवाई नहीं की, तो कांग्रेस पार्षद दल इस मामले की शिकायत लोकायुक्त में करेगा।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महापौर निगम के खजाने को नुकसान पहुंचाकर निजी कंपनियों को लाभ पहुंचा रहे हैं।