मध्य प्रदेश में न्याय मिलना मुश्किल
अब दिल्ली जाएगा पीड़ितों का दल
इंदौर उज्जैन सिक्स लेन के साइड इफेक्ट
पुलिस, प्रशासन, सरकार और मीडिया मेरी जेब में
अवैध बिल्डिंग के फ्लैट के लिए बैंक दे रही लोन
ल्ल रेवड़ी की तरह चेक बाटता है कैलाश शर्मा
ल्ल पीड़ित डबल रजिस्ट्री वाले फ्लैट का भी चुका रहे लोन
ल्ल देव गुराडिया और देवास में भी चल रहे जादूगरी के प्रोजेक्ट
ल्ल नया जाल भी बुना जा चुका
ल्ल बैंक खातों के लेनदेन में कई राज छुपे हैं
ब्रह्मास्त्र इंदौर
इंदौर-उज्जैन रोड पर ओरिएंटल यूनिवर्सिटी के पास निर्माणाधीन अवैध मल्टी के फ्लैटों की एक दो से भी अधिक बार रजिस्ट्री कर बेचने वाले बंटी-बबली शातिर ठग कैलाश शर्मा और ठगोरन कविता महाजन इसलिए भी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं क्योंकि इनके तार रसूखदार नेताओं से जुड़े हैं। सालों से चल रही बेईमानी और धोखेबाजी का नेटवर्क लंबा फैला हुआ है। जिसका भरण पोषण रसूखदार नेताओं द्वारा और उनके संरक्षण में किया जा रहा है। जब बात ज्यादा बिगड़ने लगती है तो रसूखदार नेताओं का नेटवर्क उन्हें पूरा संरक्षण देता है और उन्हें संजीवनी मिल जाती है।
बड़ा बैंक घोटाला
अमूमन यह माना जाता है की बैंक जिस प्रॉपर्टी पर लोन जारी कर देती है वह प्रॉपर्टी वैध और सुरक्षित है। लेकिन ठगोरन कविता महाजन की मार्केटिंग टीम का नेटवर्क इतना शातिर है कि अवैध मल्टी के फ्लैट कई बार लोन करवा कर बेच दिए जाते है।
प्रसाद की तरह बांट रहा चेक
जो पीड़ित खून पसीने की कमाई बचाने के लिए सारे काम छोड़कर जो इसके पीछे लग जाए और थाने और कानून का सहारा लेने लगता है। उसको यह अपने दुखड़े सुना कर आगे की तारीखों का चेक प्रसाद की तरह दे दे रहा है जो सालों से चक्कर खा रहे उनकी मूल राशि में सेंध लगाकर नुकसान बर्दाश्त करने वाले निवेशकों की मूल राशि लगभग 5 प्रतिशत है।
सड़ रही है शिकायतें
बाणगंगा थाने से कई शिकायतें होने के बाद जांच अधिकारी केवल जांच ही कर रहे हैं अभी तक प्रकरण दर्ज होने की खबर नहीं इसके बाद अन्य थानों पर भी शिकायत करने के लिए ग्राहक चक्कर खा रहे हैं लेकिन शिकायतें सड़ रही है।
1 नंबर और 2 नंबर के लेनदेन की उलझन
जो नुकसान बर्दाश्त कर सकते वाले अभी किसी किसी निवेशकों और ग्राहकों को आश्वासन के साथ लगभग पांच प्रतिशत के चेक की लॉलीपॉप दी जा रही है लेकिन 1 नंबर और 2 नंबर के लेनदेन का मामला उलझा हुआ है।
भुगत रहे डबल रजिस्ट्री वाले फ्लैट का लोन
अवैध मल्टी के चक्कर में फंसे ग्राहक ऐसे माया जाल में फंस गए है। जिनको मार्किंग कंपनी ने बार बार बिके फ्लैट बेच दिए हैं और उनपर लोन भी दिलवा दिया है। अब ग्राहक ऐसे फ्लैट का लोन चुका रहे है जो उनको मिले ही नहीं। लेकिन बैंक हर माह अपने लोन की किश्तों के लिए दस्तक देती है।
बैंक खातों के लेनदेन में कई राज छुपे
बैंक खातों के लेन देन में ऐसे कई राज छुपे होने की आशंका है जिनका कई रसूखदार नेताओं से इस मामले का लेन देन हुआ है। अगर जांच कि जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा हालांकि जांच होना और वहां तक बात पहुंचना वर्तमान परिस्थितियों में संभव नहीं लग रहा।
कई जगह पर जादूगरी भरे प्रोजेक्ट
अवैध मल्टी का मामला उजागर होने के बाद इसकी करतूत सामने आ गई है लेकिन इसे अन्य जगहों पर प्रोजेक्ट चल रहे है जो सुर्खियों में आए हैं और कुछ के जाल बुने जा रहे हैं। जिसमें ग्राहकों को फसाने की तैयारियां जोरो से चल रही है।
मध्य प्रदेश में न्याय मिलना मुश्किल
वर्तमान हालातों से परेशान ग्राहक हर तरफ से इतने त्रस्त हो चुके हैं कि उनको उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही है इसलिए अब वे दिल्ली की और रुख कर रहे हैं।
ग्राहकों और निवेशकों का नुकसान दलालों और मार्केटिंग कंपनी के सर
कैलाश शर्मा अपनी अवैध मल्टी में निवेशों और ग्राहकों को उलझाने के बाद ठीकरा दलालों और मार्केटिंग कंपनी के सर फोड़ रहा है। उसका कहना है मुझे दलालों और ठगोरन कविता महाजन की मार्केटिंग कंपनी पूर्वी इंफ्रा जैसी कंपनी वालों ने उलझाया है। इन दलालों और मार्केटिंग कंपनियों ने आधे दामों में मुझसे फ्लैट लेकर डबल से ज्यादा कीमत में अपने ग्राहकों और निवेशकों को बेचकर मूर्ख बनाया है।