महावीर बाग में हुई वारदात का आरोपी हिरासत में स्नेचिंग के बाद चेन बेचने की फिराक में निकला था बदमाश

उज्जैन। परमेश्वरी गार्डन के पास गुरूवार शाम हुई चेन स्नेचिंग में शामिल युवक को शुक्रवार दोपहर पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उसकी निशानदेही पर 2 तोला वजनी चेन के साथ वारदात में प्रयुक्त पल्सर बाइक जप्त की गई है। आज कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जायेगा।
नानाखेड़ा थाना क्षेत्र के महावीर बाग कालोनी में रहने वाले चैनसिंह रघुवंशी 70 वर्ष गुरूवार शाम 6.30 बजे के लगभग टहलने के लिये पैदल घर से निकले थे। परमेश्वरी गार्डन के पास बाइक पर आये नकाबपोश बदमाश ने पीछे से झपट्टा मारा और लगभग 2 तोला वजनी चेन खींचकर भाग निकला। चेन स्नेचिंग की खबर मिलते ही नानाखेड़ा पुलिस वारदातस्थल पहुंच गई। बुजुर्ग चैनसिंह ने बताया कि बदमाश ने टोपी लगा रखी थी, बाइक बिना नम्बर की थी और चेहरे पर नकाब था। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखना शुरू किये। बदमाश जिस ओर भाग था उस दिशा का रूट ट्रेस किया। बदमाश का हुलिया पूरी तरह सामने आ गया। वहीं शुक्रवार सुबह उसकी पहचान हो गई। जिसकी तलाश करने पर पता चला कि इंजीनियरिंग कालेज परिसर के पास दिखाई दिया है और चेन बेचने की फिराक में है।  थाना प्रभारी नरेन्द्र कुमार यादव, प्रधान आरक्षक पियुष मिश्रा, आरक्षक पुष्पराजसिंह, कमल पटेल और मुकेश मालवीय घेराबंदी के लिये पहुंचे। स्नेचर ने पुलिस को देख भागने का प्रयास किया लेकिन उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। थाने लाकर पूछताछ करने पर उसने अपना नाम संतोष पिता श्रीधर व्यास निवासी घट्टिया हाल मुकाम त्रिवेणी हिल्स होना बताया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चेन के साथ पल्सर बाइक बरामद की है। थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोपित का अपराधिक रिकार्ड होना सामने नहीं आया है। उसके खिलाफ चेन स्नेचिंग का मामला दर्ज किया गया है। 24 घंटे में आरोपित का गिरफ्तार किया गया है, जिसे शनिवार दोपहर कोर्ट में पेश किया जायेगा।
कई दिनों से रख रहा था नजर
बताया जा रहा है कि चेन स्नेचिंग करने वाला संतोष व्यास महावीर बाग कालोनी में ही सांची पाइंट चलता है। उसकी नजर कई दिनों से बुजुर्ग चैनसिंह पर थी, उसने उनके गले में चेन देख रखी थी। संतोष पर कर्ज हो गया था, जिसके चलते उसने स्नेचिंग की योजना बनाई और बाइक की नम्बर प्लेट निकाल कर गुरूवार शाम वारदात को अंजाम दे दिया। उसने पुलिस और बुजुर्ग से अपनी पहचान छुपाने के लिये टोपी लगाई थी और चेहरे पर नकाब बांधा था।

Author: Dainik Awantika

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