उज्जैन। गेहूं कटाई के बाद नरवाई जलाने पर कलेक्टर ने प्रतिबंधित आदेश जारी किया है। बावजूद किसान खेतों में नरवाई जला रहे है। नागदा के ग्राम कलसी में भारतसिंह पिता जसवंतसिंह राजपूत ने अपने खेत में नरवाई जलाई, जिसकी आग तेजी से फैली और आसपास के खेतों में पहुंची गई, आग पर काबू पाया जाता उससे पहले लपटे समीप उपार्जन केन्द्र तक पहुंच गई। जहां 50 ट्रेक्टर-ट्राली गेहूं से भरे खड़े थे। उपज में भी आग लगने का खतरा उत्पन्न हो गया। गनीमत रही कि समय पर आग काबू को काबू में कर लिया गया। नरवाई जलाये जाने की शिकायत प्रशासन को मिली तो ग्राम कलसी के हल्का नम्बर 6 के पटवारी तरूण मालवीय को जांच के लिये भेजा गया। जिसमें भारतसिंह द्वारा नरवाई जलाने की बात सामने आई। पटवारी की शिकायत पर नागदा पुलिस ने भारतसिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 का प्रकरण दर्ज किया गया है। इससे पहले बड़नगर थाना पुलिस ने ग्राम जलोदिया में पिता और उसके 2 पुत्रों ने अपने खेतों की नरवाई जलाई थी जिसकी आग भी तेजी से फैली थी और समीप वेयर हाऊस तक पहुंच गई थी। पुलिस ने पटवारी की शिकायत पर तीनों पिता-पुत्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इंगोरिया, घट्टिया थाना पुलिस भी नरवाई जलाने वाले कृषकों के खिलाफ जिलाधीश के आदेश का उल्लंघन करने के मामले दर्ज कर चुकी है। उसके बाद भी नरवाई जलाने के मामले आये दिन सामने आ रहे
महावीर नगर में रहने वाले चैनसिंह रघुवंशी के साथ बुधवार शाम को परमेश्वरी गार्डन के पास चेन स्नेचिंग हो गई थी। नानाखेड़ा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर 24 घंटे में बदमाश संतोष पिता श्रीधर व्यास निवासी त्रिवेणी हिल्स को गिरफ्तार कर लिया था। उसकी निशानदेही पर ढाई तोला वजनी चेन के साथ पल्सर बाइक बरामद की थी। नानाखेड़ा थाना प्रभारी नरेन्द्र यादव ने बताया कि बदमाश सांची पार्इंट चलाता है और कर्ज चुकाने के लिये स्नेचिंग का अंजाम दिया था। शनिवार दोपहर को उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।