उज्जैन। ग्वालियर में रामकृष्ण मिशन ट्रस्ट के सचिव को डिजिटल अरेस्ट कर 2.70 लाख का आॅनलाइन ट्रांजेक्शन कराने का मामला उज्जैन जिले के नागदा से जुड़ा होना सामने आया है। शनिवार को ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने दबिश देकर बंधन बैंक की केशियर के साथ 5 युवको को गिरफ्तार किया है।
ग्वालियर में कुछ दिन पहले प्रदेश की सबसे बड़ी ठगी का मामला सामने आया था। सायबर ठगों ने रामकृष्ण मिशन ट्रस्ट के सचिव स्वामी सुप्रतिप्तानंद को 26 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा था और 2.70 करोड़ का आॅनलाइन ट्रांजेक्शन करा लिया था। मामला ग्वालियर पुलिस के पास पहुंचने के बाद एसआईटी गठित की गई थी। जांच में पता चला कि ठगी की राशि 9 लाख 10 हजार का ट्रांजेक्शन नागदा के रहने वाले उदय बिनाज्ञा पिता महेन्द्र कुमार के साथ अन्य के खातों में हुआ है। शनिवार को ग्वालियर क्राइम ब्रांच के निरीक्षक हितेन्द्रसिंह राठौर एसआई धर्मेन्द्र शर्मा, प्रधान आरक्षक ओमशंकर सोनी, गौरव भदौरिया टीम के साथ नागदा पहुंचे। स्थानीय थाना प्रभारी अमृतलाल गवरी को ठगी की जानकरी दी गई और नागदा के युवको के शामिल होने की बात कहीं। थाना प्रभारी गवरी ने अपनी टीम में शामिल प्रधान आरक्षक यशपालसिंह सिसौदिया और सुनील बैस के साथ कस्बे में उदय और उसके साथियों की तलाश शुरू की। उदय गिरफ्त में नहीं आ सका, लेकिन उसका भाई करण की मिलीभगत भी सामने आ गई। ग्वालियर क्राइम ब्रांच और नागदा पुलिस ने करण को गिरफ्तार करने के साथ सत्यनारायण मंदिर के पीछे रहने वाले राहुल पिता किशोर कहार, तुषार पिता हेमंत गोमे श्रीराम कालोनी, शुभम पिता प्रहलाद राठौर निवासी पुरानी कोटा फाटक नागदा के साथ बंधन बैंक की केशियर काजल पिता राजेश जयसवाल निवासी इंदिरानगर उज्जैन के साथ रतलाम के रहने वाले विश्वजीत पिता कानूलाल बर्मन को गिरफ्तार कर लिया। जिनके खातों में ठगी की राशि का ट्रांजेक्शन हुआ था। पहली बार डिजिटल अरेस्ट ठगी के मामले में नागदा के युवको का नाम सामने आया है। सभी को 6 लोगों को क्राइम ब्रांच अपने साथ ग्वालियर लेकर गई है। उदय की तलाश नागदा पुलिस द्वारा की जा रही है।
12 अकाउंट में पहुंची थी ठगी की राशि
बताया जा रहा है कि ग्वालियर रामकृष्ण मिशन ट्रस्ट के सचिव स्वामी सुप्रतिप्तानंद को नासिक पुलिस अधिकारी बनकर 17 मार्च को वाट्सएप कॉल किया गया था और कहा गया था कि उनका नाम जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल मनी लॉड्रिंग में शामिल है। आपके खाते में 20 करोड़ मनी लाड्रिंग का ट्रांजेक्शन हुआ है। सचिन ने राशि नहीं आने की बात कहीं तो उन्हे कुछ फर्जी बैंक स्टेटमेंट भेजे गये और सहयोग नहीं करने पर गिरफ्तारी की बात कहीं। सायबर ठगों ने 26 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर 2.70 करोड़ का आॅनलाइन ट्रांजेक्शन करा लिया गया।
उज्जैन आश्रम के स्वामी से ठगे थे 71 लाख
पांच माह पहले सायबर ठगों ने उज्जैन रामकृष्ण मिशन आश्रम के स्वामी को भी डिजिटल अरेस्ट कर लिया था और 71 लाख रूपये ठग लिये थे। उन्हे ड्रग्स केस में नाम आने पर धमकाया गया था। नानाखेड़ा थाना पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद इंदौर के 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिनके खातों में ठगी की राशि का ट्रांजेक्शन हुआ था।