इंदौर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे पर 307 का प्रकारण दर्ज करना भाजपा सरकार की द्वेषता पूर्ण कायराना कार्रवाई.. कांग्रेस
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का प्रतिनिधि मंडल पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के साथ मिला पुलिस कमिश्नर से..
इंदौर। इंदौर वार्ड क्र 21 से कांग्रेस पार्षद एवं नगर निगम मे नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे पर बीजेपी कार्यकर्ता कपिल पाठक की शिकायत पर 307 के तहत प्रकरण दर्ज करना भाजपा सरकार की द्वेषता पूर्ण कायराना कार्रवाई।
भाजपा सरकार पर उपरोक्त आरोप लगाते हुए मध्य प्रदेश शासन के पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि चिंटू सहित उक्त मामले में कुल आठ लोगों के खिलाफ इंदौर पुलिस प्रशासन ने नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं क्षेत्रीय विधायक रमेश मेन्दौला के दबाव में नामजद एफआईआर दर्ज करवाना भाजपा सरकार की गंदी राजनीत का परिचायक है।
श्री वर्मा ने पुलिस प्रशासन पर कटाक्ष करते हुए कहा की मुझे इंदौर पुलिस पर बहुत ही गर्व महसूस होता है जब भाजपा के एमआईसी मेंबर एवं भाजपा के पार्षद में विवाद होता है भाजपा पार्षद कालरा के घर में घुस के अबोध बच्चे को निवस्त्र कर पीटा जाता है और माँ अहिल्या की नगरी को शर्मसार किया जाता है तब हमारे पुलिस प्रशासन के समक्ष सारे सबूत होते हैं उसके बाद भी भाजपा के एम आई सी मेंबर पर प्रकरण दर्ज करने मे पुलिस को पूरा महीना लग जाता है अब तक उक्त प्रकरण मे मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई वही कांग्रेस के इंदौर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे पर इतनी तुरंत कार्रवाई की जाती है और रविवार को विशेष रूप से न्यायालय को खुलवाकर पेश किया जाता है भाजपा सरकार जिस तरह से लोकतंत्र का गला घोट रही है यह आज शहर और प्रदेश की जनता देख रही है।
श्री वर्मा ने कहा की कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ हम उक्त प्रकरण में पुलिस कमिश्नर से मिले ओर द्वेषता पूर्ण कार्यावही पर अपनी आपत्ति दर्ज करवाई साथ ही उनके संज्ञान में यह भी लाया गया की जिस आरोपी के कथन अनुसार पुलिस ने उक्त प्रकरण में एफ आई आर दर्ज की है उसकी एमएलसी रिपोर्ट को भी दृष्टिगत रखना चाहिए था जिसमें डॉक्टरों ने उसकी जान को किसी भी तरह का खतरा नहीं बताया है वही चिंटू चौकसे के भतीजे रोहन चौकसे को फावड़े ओर लोहे की राड से सर पर मारा गया है जिससे उसे गंभीर चोट आई है और उसे अभी तक होश नहीं आया है पुलिस द्वारा चिंटू एवं उसके पक्ष की रिपोर्ट नहीं लिखी गई है। जबकि विवाद की पहल भाजपा से जुड़े कार्यकर्ताओं ने की थी और हमारे पक्ष के लोगों को गंभीर चोटे आई वही चिंटू जो की पुरे विवाद मे कही भी उपस्थित नहीं था उसका नाम भाजपा नेताओं के दबाव में लिखा जाना पूरी तरह से अनुचित है। पुलिस द्वारा पुरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच कर दूसरे पीड़ित पक्ष की भी रिपोर्ट दर्ज करनी चाहिए अन्यथा कांग्रेस इस कार्यवाही के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करवाएंगी।
पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल मे कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल,वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक अश्विन जोशी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा, शोभा ओझा,राजेश चौकसे,गिरधर नागर,रघु परमार, शेख अलीम, एडवोकेट जय हार्डिया, पार्षद राजू भदोरिया,दीपू यादव, राजा चौकसे, कामरेड राजेश शर्मा, ठाकुर जितेंद्र सिंह, अमन बजाज,देवेंद्र सिंह यादव, पार्षद एवं महिला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिला मीमरोट,प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अमित चौरसिया,संतोष गौतम, पार्षद अमित पटेल,गिरीश जोशी,शेफु आकाश वर्मा,रफीक खान, अनवर दस्तक,सादिक खान अंसाफ अंसारी,गोपाल यादव, मुकेश रामचंद्र यादव,शैलू सेन,राजेश यादव,राकेश सिलावट, रिटा डांगरे, शशि हाड़िया, अतीत गोहर,सारा जायसवाल, आफताब खान,किशोर डोंगरे, कांग्रेस के ब्लॉक मंडलम एवं मोर्चा संगठन के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या मे कार्यकर्ताओं उपस्थित थे।