उज्जैन। उज्जैन की ऐतिहासिक पंचक्रोशी यात्रा को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस पवित्र पदयात्रा में हजारों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं, जो उज्जैन के आसपास स्थित पंचक्रोशी मार्ग पर पैदल यात्रा करते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा और आराम को ध्यान में रखते हुए पड़ाव स्थलों पर व्यवस्था का कार्य तेजी से चल रहा है।
पड़ाव स्थलों पर क्या हो रहा है खास?
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शामियाने और विश्राम व्यवस्था: श्रद्धालुओं के रुकने के लिए बड़े-बड़े शामियाने लगाए जा रहे हैं।
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चलित शौचालय व पेयजल सुविधा: विशेष रूप से करोहन गांव जैसे दूसरे पड़ाव स्थलों पर साफ-सफाई, पेयजल और शौचालयों की व्यवस्था दिन-रात की जा रही है।
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प्रकाश व्यवस्था: रात के समय यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए पर्याप्त लाइटिंग की जा रही है।
प्रशासन और स्थानीय पंचायतें मिलकर इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जुटी हुई हैं। पंचक्रोशी यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह उज्जैन की सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है।
यात्रा के दौरान श्रद्धालु शिव भक्ति, मंत्र जाप और भजन कीर्तन के साथ पंचक्रोशी मार्ग पर आगे बढ़ते हैं, जिससे पूरे क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो जाता है।