दैनिक अवंतिका उज्जैन। पिछले कुछ दिनों से शिप्रा नदी का नजारा बदला हुआ है। शिप्रा नदी में पानी के ऊपर जगह-जगह कंजी की परत जमी हुई है। इस कारण नदी का पानी खराब हो गया है और आचमन योग्य भी नहीं बचा है। पिछले कुछ दिनों से रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट, राणोजी की छत्री के सामने घाट, छोटी पुलिया के समीप घाट सहित अन्य घाटों की तरफ शिप्रा नदी में जमी कंजी के कारण श्रद्धालु स्नान भी नहीं कर पा रहे हैं। अधिकतर शिप्रा नदी के घाटों पर कंजी की मोटी परत जमी हुई है खास बात यह है कि सोमवार को ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन पहुंचकर शिप्रा नदी में स्नान कर घाटों की सीढ़ियों की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया था। लेकिन उसके बाद भी शिप्रा नदी की दशा नहीं सुधर पा रही है पिछले कुछ दिनों से शिप्रा नदी में पानी के ऊपर कंजी की मोटी परत जमी हुई है। इस कारण शिप्रा का पानी हरे रंग में तब्दील हो गया है। नदी में कंजी जमी होने व पानी खराब होने की वजह से श्रद्धालु स्नान नहीं कर पा रहे हैं। अधिकतर घाटों पर नदी के पानी में कंजी की मोटी परत तैर रही है। अधिकतर घाटों पर नदी के अंदर कंजी की वजह से शिप्रा का पानी भी हरे रंग का हो गया है कई घाटों पर यह स्थिति है कि पानी के ऊपर कंजी जमी होने की वजह से लोग स्नान नहीं कर पा रहे हैं। रामघाट व छोटी रपट पर तो अधिकतर शिप्रा नदी में पानी के ऊपर कंजी जमी हुई है।
जिस घाट पर मुख्यमंत्री ने स्नान किया वहां की सफाई कराई बाकी को छोड़ा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोमवार को उज्जैन पहुंचकर शिप्रा नदी के जिस घाट पर स्नान किया था वहां की अधिकारियों ने नदी के अंदर जमी गाद व घाटों की सफाई करवा कर उस घाट को रातों-रात चकाचक करवा दिया था। लेकिन अन्य घाटों को ऐसे ही छोड़ दिया गया। अन्य घाटों की सफाई नहीं होने की वजह से नदी के अंदर कंजी तैर रही है।इस कारण शिप्रा का पानी खराब हो गया है तथा श्रद्धालु नदी में स्नान भी नहीं कर पा रहे हैं।