महिला मित्र के साथ 3 युवको ने किया बैंककर्मी का अपहरण
उज्जैन। इंदौररोड पर सोमवार तड़के कार ओव्हर टेक करने की बात पर हुए विवाद में बैंककर्मी का महिला मित्र के साथ 3 युवको ने अपहरण कर लिया। पुलिस ने खबर मिलने के बाद 25 किलोमीटर का रूट ट्रेस किया और बैंककर्मी को मुक्त करा लिया। महिला के साथ उसके साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सांई विहार कालोनी में रहने वाला सोहन पिता हरिसिंह परिहार 34 वर्ष प्रायवेट बैंक में एग्जिक्यूटिव मैनेजर है। सोमवार तड़के पर अपनी कार में दोस्त कुणाल के साथ इंदौर से लौट रहा था। इंदौररोड पर मेघदूत होटल के सामने पीछे से तेज रफ्तार में अर्टिका कार आई और ओव्हर टेक किया। जिसको लेकर सोहन की अर्टिका वालों से कहासुनी हुई। मामला शांत होने के बाद सोहन अपने दोस्त कुणाल को छोड़ने अंजूश्री कालोनी तक पहुंचा, दोस्त को उतारने के बाद उसने अपनी कार पलटाई, तभी अर्टिका कार वाले आ गये। जिसमें एक महिला और 3 युवक सवार थे। उन्होने सोहन को रोका और पत्थर दिखाकर धमकाते हुए नीचे उतरने के लिये कहा। सोहन नीचे उतारा तो युवको ने उसे अपनी अर्टिका में बैठा लिया और साथ लेकर रवाना हो गये। कुछ देर बाद कुणाल ने मामले की सूचना नागझिरी थाना पुलिस को सूचना दी कि सोहन का अर्टिका कार से आये लोगों ने अपहरण कर लिया है। पुलिस हरकत में आई। एसआई करण खोवाल टीम के साथ डी मार्ट के पीछे अंजूश्री पहुंचे। अर्टिका का नम्बर एमपी 13 झेडएफ 4014 सामने आते ही तलाश शुरू की गई। कार इंदौररोड से हरिफाटक की ओर आई थी। जिसका रूट ट्रेस किया गया, पता चला कि कार इंदौरगेट से देवासगेट, चामुंडा चौराहा होते हुए आगररोड की ओर गई है। पुलिस ने पीछा शुरू किया कार उन्हेल रोड तक पहुंची, पुलिस पीछा करते हुए पहुंची तो अर्टिका वापस आगररोड से होते हुए एमआर-5 से पंवासा की ओर निकल गई। पुलिस लगातार पीछा करती रही। पंवासा में कार को ट्रेस कर लिया गया। उसमें सवार महिला और उसके साथी भाग निकले थे। बैंक कर्मी को मुक्त कराया गया और उसमें सवार लोगों की तलाश शुरू की गई।
सिर पर फोड़ी शराब की बोतल
एसआई करण खोवाल ने बताया कि आर्टिका कार को ट्रेस करने के बाद जब बैंककर्मी को बाहर निकाला गया तो वह घायल हालत में था, उसने बताया कि रास्ते भर मारपीट करते रहे और सिर पर बीयर की बोतल से हमला किया। महिला और उसके साथी नशे की हालत में थे, वह रूपये की मांग कर रहे थे। उसने खुद को बचाने के लिये शोर मचाया, लेकिन सुबह का समय होने पर आवागमन कम था, शोर करने पर मारपीट कर कपड़े फाड दिये। एक युवक बोल रहा था कुलदीप गाडी भगा। पुलिस ने करीब 25 से 30 किमी. पीछा कर मामला ट्रेस किया है। एसआई खोवाल के अनुसार अर्टिका का पता लगाने के लिये 3 टीम बनाई गई थी।
छत्तीसगढ़ की रहने वाली है महिला
बताया जा रहा है कि पुलिस ने बैंककर्मी को मुक्त कराने के बाद अर्टिका के नम्बर से पंवासा के बजरंग नगर में रहने वाले कुलदीप को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ के बाद नागदा के अज्जु, अर्टिका चालक कमल निवासी चिंतामण और महिला मित्र शिल्पी राव निवासी दुर्ग छत्तीसगढ़ को भी कुछ घंटो में खोज निकाला। चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हिरासत में आई महिला का कहना है कि वह उज्जैन घूमने आई है। वह पुलिस को बरगलाने का प्रयास भी कर रही है।
कुछ माह पहले भी हुआ था हंगामा
नागझिरी थाना क्षेत्र में कुछ माह पहले भी बाहर से आई युवती और उसके साथियों ने एक होटल में हंगामा किया था। बाहर से आई युवतियों के साथ उज्जैन के युवक भी मिले थे। पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया था। देवासरोड और इंदौररोड की होटलों में बाहरी युवतियों का आना-जाना काफी सामने आने लगा है।