इंदौर में सात माह में दूसरी बार कलेक्टर गाइड लाइन बढ़ाने की तैयारी
इंदौर। इंदौर जिले में सात माह में दूसरी बार कलेक्टर गाइड लाइन बढ़ाने की तैयारी है। विभाग ने 469 लोकेशन खोजी है, जहां ज्यादा कलेक्टर गाइड लाइन से अधिक मूल्य पर पंजीयन हुए है। 469 क्षेत्रों में कलेक्टर गाइड लाइन बढ़ाने का प्रस्ताव शामिल किया गया है।
इंदौर की प्रॉपर्टी गाइडलाइन पर दावे-आपत्तियां भेजने का अंतिम दिन सोमवार को था। प्रस्ताव पर 30 से ज्यादा सुझाव आए हैं। शहरी सीमा से जुड़े क्षेत्रों को कलेक्टर गाइड लाइन में जोड़ने के सुझाव ज्यादा आए हैं। अब उनका निराकरण कर प्रस्तावित दरों को पंजीयन विभाग केंद्रीय मूल्यांकन समिति को भेजेगा। वहां से फैसला होगा। विभाग ने 469 लोकेशन खोजी है, जहां ज्यादा कलेक्टर गाइड लाइन से अधिक मूल्य पर पंजीयन हुए है। उसे आधार बनाते हुए 469 क्षेत्रों में कलेक्टर गाइड लाइन बढ़ाने का प्रस्ताव शामिल किया गया है। इनमें शहर के बाहरी क्षेत्रों में विकसित हो रही 100 से ज्यादा कॉलोनियों शामिल हैं। इंदौर में पहले बायपास और सुपर काॅरिडोर पर नई काॅलोनियां विकसित हो रही थीं, लेकिन अब सांवेर तहसील की धरमपुरी, सांवेर, हातोद की तरफ ज्यादा टाउनशिप विकसित हो रही हैं। इन काॅलोनियों की गाइडलाइन बढ़ाने के प्रस्ताव भेजे हैं। इनमें 10 से 20 प्रतिशत तक वृद्धि संभव है। कनाड़िया तहसील की 20 टाउनशिपों की गाइड लाइन में इजाफा होगा। 469 में से 190 लोकेशन पर 10 से लेकर 15 प्रतिशत तक वृद्धि करने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके अलावा 112 लोकेशन पर 10 प्रतिशत वृद्धि होगी। बता दें, प्रदेश में पंजीयन से सबसे ज्यादा राजस्व इंदौर से सरकार को मिलता है। कलेक्टर गाइडलाइन के बढ़ने से सरकार के राजस्व में भी इजाफा होगा। अभी इंदौर जिले में पांच हजार से ज्यादा लोकेशन पर संपत्तियों के दस्तावेज पंजीकृत हो रहे हैं। महू, सांवेर, हातोद, देवास नाका, सिमरोल, खंडवा रोड की तरफ तेजी से बसाहट हो रही है और नई काॅलोनियां विकसित हो रही हैं।