परवलिया गांव के कुंए में मिला शव, वाटर ड्रोन की मदद से की तलाश
दीपावली के दूसरे दिन दोस्तों के साथ ढोढर के परवलिया डेरे गया युवक हुआ था लापता
सिगरेट खरीदने पर विवाद हुआ, दुकानदार यश चौहान अपने साथियों के साथ लोकेश और उसके साथियों को ठाकुर ढाबे पर घेर लिया था
दैनिक अवन्तिका उज्जैन/रतलाम
दीपावली के दूसरे दिन दोस्तों के साथ ढोढर के परवलिया डेरे गया उज्जैन का युवक विवाद होने के बाद लापता हो गया था। भाई ने चौकी पर शिकायत दर्ज कराई थी। 2 नवम्बर से उसकी तलाश जारी थी। मारपीट करने वालों से पूछताछ के बाद युवक का शव परवलिया गांव के पीछे कुएं से बरामद किया गया है।
उज्जैन के राजीवनगर में रहने वाला लोकेश पिता भंवरलाल तम्बोलिया 23 वर्ष 1 नवम्बर को दोस्तों के साथ ढोढर के परवलिया डेरे गया था। जहां सिगरेट खरीदने पर विवाद हुआ था। उसके बाद दुकानदार यश चौहान ने अपने साथियों के साथ लोकेश और उसके साथियों को ठाकुर ढाबे पर घेर लिया था। लोकेश दोस्तों से बिछÞने के बाद लापता हो गया था। भाई रोहित तम्बोलिया ने 2 नवम्बर को परवलिया बाछड़ा डेरा चौकी ढोढर पर शिकायत की थी। चौकी प्रभारी ने गुमशुदगी दर्ज कर मामला ठंडा कर दिया था। घटनाक्रम रतलाम एसपी अमित कुमार के पास मामला पहुंचने के बाद एएसपी राकेश खाका के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर लोकेश की तलाश शुरू की गई थी। यश चौहान और उसके साथियों को 2 दिन की तलाश हिरासत में लिया गया और पूछताछ में चौकाने वाला मामला सामने आया। युवको ने बताया कि उन्होने लोकेश के साथ मारपीट की थी और परवलिया गांव के पीछे एक कुएं में फेंक दिया था। एसआईटी ने कुओं में तलाश शुरू की, बुधवार को एसआईटी ने लोकेश का शव कुएं से खोज निकला। बताया जा रहा है कि रिंगनोद थाना पुलिस ने मामले में मारपीट कर लोकेश को कुएं में फेंककर मारने वाले 6 लोगों को हिरासत में लिया है।
एक दर्जन कुओं में डाला गया वाटर ड्रोन
हिरासत में आये युवको से पूछताछ के बाद लोकेश को कुएं में फेंकने की जानकारी सामने आने पर रतलाम एसपी अमित कुमार के निर्देश पर एसआईटी की टीम ने एक दर्जन कुओं में लोकेश की तलाश के लिये वाटर ड्रोन कैमरों से खोजबीन शुरू की। जिसमें तलाशी अभियान में लगी टीम को सफलता मिल गई। लोकेश को जब कुएं में फेंका गया था, उस वक्त जिंदा था और घायल हालत में था।
लोकेश और सोमिक ने खोला था चाकू
लोकेश के लापता होने के बाद सामने आया था कि वह अपने दोस्त सोमिक, रोहित, आनंद, गोलू, गुड्डू, कार्तिक और सौरभ के साथ परवलिया डेरे गया था। जहां सिगरेट लेने पर दुकानदार यश चौहान से विवाद हुआ था। लोकेश और सोमिक ने चाकू खोलकर दुकानदार को धमकाया था, उसके बाद ढाबे पर खाना खाने पहुंचे थे। तभी यश अपने साथियों के साथ चाकू दिखाकर धमकाने वालों की तलाश में पहुंचा था। लोकेश को छोड़ सभी दोस्त भाग निकले थे और उज्जैन आ गये थे।
डेरे के गई मकानों पर चलाई जेसीबी
ढोढर स्थित परवलिया डेरे में बांछड़ा समुदाय द्वारा देहव्यापार किया जाता है, लोकेश का विवाद और लापता होने की जानकारी के बाद पुलिस ने डेरे के मकानों को तोड़ने के लिये जेसीबी चलाना शुरू कर दिया था। डेरे के कई मकानों को जमीदोंज किया जा चुका है।