बीबीए, बीसीए वाले चाह रहे बीए, बीकॉम, आदि में प्रवेश, लिंक बंद होने से सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतें
इंदौर । सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज प्रकरणों के निराकरण को विशेष प्राथमिकता देने पर जोर दिया जा रहा है। इसके बावजूद प्रतिदिन सैकड़ों शिकायते पहुंच रही है। इसमें एक बड़ा हिस्सा स्टूडेंट्स का भी है।
इन दिनों स्टूडेंट्स विषय चेंज करने की मांग सीएम हेल्पलाइन पर कर रहे हैं। दरअसल उच्च शिक्षा विभाग की ओर से 23 अक्टूबर तक बीबीए, बीसीए के एडमिशन एआईसीटीई के मापदंड के आधार पर हुए। सैकड़ों स्टूडेंट्स ने इसमें एडमिशन भी लिया। अब ऐसे स्टूडेंट्स पाठ्यक्रम में बदलाव करना चाहते हैं।
इसे लेकर स्टूडेंट्स प्रतिदिन कॉलेजों के चक्कर काट रहे हैं।
एक या दो दिन का दे मौका कॉलेजों के चक्कर काटने के अलावा स्टूडेंट्स अब सीएम हेल्पलाइन पर लगातार शिकायतें कर रहे हैं।
स्टूडेंट्स को पता है कि उन्होंने गलती कर दी है और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो इसके लिए वह कोशिश कर रहे हैं। कॉलेज प्रबंधन के अनुसार शासन को चाहिए कि ऐसे स्टूडेंट्स के लिए एक या दो दिन के लिए लिंक को ओपन किया जाए। ताकि सैकड़ों स्टूडेंट्स का भविष्य न बर्बाद हो। हालांकि स्टूडेंट्स को पाठ्यक्रम में बदलाव का मौका मिला था, लेकिन वह तब था जब काउंसलिंग शुरु नहीं हुई थी, जैसे ही बीबीए, बीसीए की दूसरी बार काउंसलिंग शुरु हुई लिंक वैसे ही बंद हो गई।
बीए, बीकॉम, बीएससी में लेना है एडमिशन —
कॉलेज प्रबंधन के अनुसार बीबीए, बीसीए में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स अब बीए, बीकॉम या बीएससी में एडमिशन लेना चाह रहे हैं। स्टूडेंट दीपिका सोलंकी ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की है कि मैंने 23 अक्टूबर को एडमिशन लिया, लेकिन अब मैं उक्त पाठ्यक्रम नहीं पढ़ना चाहती हूं, मैं चाहती हूं कि बीए या बीकॉम में एडमिशन दिया जाए।
कई बार कॉलेज प्रबंधन से भी इसे लेकर गुहार लगाई लेकिन कॉलेज की ओर से यही जवाब मिल रहा है कि लिंक बंद हो गई है। यदि उच्च शिक्षा विभाग की ओर से लिंक ओपन की जाती है तो ही पाठ्यक्रम में बदलाव संभव है। इसी तरह बदलाव की शिकायत ब्रजेश प्राजपति, रोहित मीना, यशवर्धन सहित अन्य कई स्टूडेंट्स ने की है।
स्टूडेंट्स मांग कर रहे हैं कि उच्च शिक्षा विभाग एक मौका पाठ्यक्रम में बदलाव का दे ताकि साल या भविष्य बर्बाद न हो।
समय पर समाधान का निर्देश —
दरअसल पिछले दिनों इंदौर जिले के शासकीय व निजी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव और महाविद्यालयों के प्राचार्यों की जिला प्रशासन ने बैठक ली।
बैठक में सीएम हेल्पलाइन के निराकरण के साथ ही स्टूडेंट्स की शिकायतों व विभिन्न समस्याओं के समाधान समय पर करने के निर्देश दिए गए। सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज प्रकरणों का भी समय-सीमा में निराकरण करने को कहा गया।