लोकायुक्त ने पकड़ा, एसपी ने किया निलंबित रिश्वत के 45 सौ लेते रंगेहाथ पकड़ाया प्रधान आरक्षक
दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। लेनदेन के विवाद का मामला थाने पहुंचने पर प्रधान आरक्षक ने आरोपित युवक से उसके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करने का हवाला देकर रिश्वत की मांग की। युवक ने लोकायुक्त कार्यालय पहुंच शिकायत दर्ज करा दी। शनिवार को लोकायुक्त टीम ने थाने के बाहर ही रिश्वत लेते प्रधान आरक्षक को रंगेहाथ पकड़ लिया।
लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि 2 दिन पहले बिरलाग्राम का रहने वाला बृजेश पिता तिलकधारी विश्वकर्मा ने कार्यालय आकर एसपी अनिल विश्वकर्मा को शिकायत दर्ज कराई कि कुछ दिन पहले लेनदेने को लेकर हुए विवाद में एक युवक ने उसके खिलाफ बिरलाग्राम थाने पर शिकायती आवेदन दिया है। थाना प्रधान आरक्षक योगेंन्द्रसिंह सेंगर ने उसे बुलाकर कहा कि उसके खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं की जायेगी, बदले में 45 सौ रूपये देना होगें। एसपी की ओर से शिकायत की जांच सौंपी गई। जिसकी तस्दीक के बाद रिश्वत मांगने की पुष्टि होने पर शनिवार को लोकायुक्त की टीम बिरलाग्राम थाने पहुंची। शिकायतकर्ता बृजेश विश्वकर्मा को रिश्वत के रूपये लेकर भेजा गया। प्रधान आरक्षक योगेन्द्रसिंह सेंगर ने थाने के बाहर आकर रूपये लिये और जेब में रख लिये। प्रधान आरक्षक ने कहा कि कार्रवाई नहीं करने के एवज में एसआई आनंद सोनी को रूपये देना होगें। प्रधान आरक्षक रिश्वत लेने के बाद थाने में लौटा रहा था उसी दौरान लोकायुक्त टीम ने उसे पकड़ लिया। उसके हाथ धुलवाये गये। जिससे रिश्वत का रंग सामने आ गया। थाने पर ही उसके खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज किया गया। लोकायुक्त डीएसपी तालान के अनुसार प्रकरण में एसआई आनंद सोनी का नाम सामने आया है। जिसकी जांच की जायेगी।
प्रधान आरक्षक को किया निलंबित
बिरलाग्राम थाना प्रधान आरक्षक योगेंन्द्रसिंह सेंगर के रिश्वत लेते लोकायुक्त की गिरफ्त में आने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज होने की खबर एसपी प्रदीप शर्मा तक पहुंची तो उन्होने तत्काल ही प्रधान आरक्षक को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिये।