धोखाधड़ी करने वालों का पकड़ने होशंगाबाद पहुंचा छात्र

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उज्जैन। एक माह पहले अपने साथ हुई आॅनलाइन धोखाधड़ी के मामले में छात्र ने खुद आरोपियों की फर्जी कंपनी का पता लगाया और दोस्त के साथ होशंगाबाद पहुंच गया। कंपनी के आॅफिस से एक को पकड़ा और स्थानीय पुलिस को सौंपा। जिसे उज्जैन पुलिस पूछताछ के लिये लाई है। वैशालीनगर में रहने वाला रितिक पिता शिवलाल मालवीय कॉलेज एडमिशन की तैयारी कर रहा है। 4 अक्टूबर को उसके पास अज्ञात मोबाइल नम्बर से कॉल आया था, कॉलर ने पूणे स्थित इंवेस्टमेंट ग्रोथ कंपनी का अधिकारी होना बताया और डीमेट अकाउंट खोलकर शेयर मार्केट में पैसा लगाने पर ज्यादा लाभ होने की बात कहीं। रितिक ने कॉलर द्वारा बताई बेवसाइड पर जाकर अकाउंट खुलवा लिया। कुछ दिनों में उससे 50 हजार रूपये ट्रांसफर करा लिये गये, लेकिन लाभ के नाम पर कुछ नहीं दिया। मामला गड़बड़ होने पर छात्र ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि बेवसाइड फर्जी है। जब उसने दोबारा मोबाइल पर आये नम्बर से संपर्क किया तो उसका नम्बर ब्लॉक कर दिया गया। जिसके बाद छात्र को अपने साथ धोखाधड़ी का आभास हुआ। उसने अपने दोस्त रौनक के साथ मिलकर धोखाधड़ी करने वालों को पकड़ने की योजना बनाई। कॉलर ने जो कंपनी बताई थी और जिस नम्बर से कॉल किया था, उसकी लोकेशन ट्रेस की, जो  होशंगाबाद में होना सामने आई। रितिक दोस्त के साथ होशंगाबाद पहुंच गया। जहां उसे एक कमरे में कंपनी का आॅफिस संचालित होता दिखाई दिया। जहां कुछ युवक-युवती लोगों को कॉल करने का काम कर रहे थे। कंपनी के कर्ताधर्ता का पता लगाने पर संजय प्रजापत निवासी बरेली रायसेन होना सामने आया। जिसे पकड़कर स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। थाना पुलिस की मदद नहीं मिलने पर एसपी कार्यालय पहुंचे और जहां से मदद मिलने के बाद स्थानीय कोतवाली पुलिस ने संजय प्रजापत को कस्टडी में लिया और कंपनी से मोबाइल और अन्य सामग्री जप्त की। रितिक के साथ हुई धोखाधड़ी के आरोपी के पकड़ाने की खबर मिलने पर उज्जैन से माधवनगर पुलिस होशंगाबाद पहुंची और संजय प्रजापत को पूछताछ के लिये लाया गया। रितिक ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में माधवनगर थाने पर प्रकरण भी दर्ज कराया है। उसके पिता पुलिस विभाग में प्रधान आरक्षक है।

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