रिश्वत मांगने वाले सहायक उपनिरीक्षक को 4 साल की सजा
उज्जैन । लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने जून 2021 में ग्राम ढिकवा रतलाम के रहने वाले राकेश जाट की शिकायत पर रिश्वत की मांग करने वाले रतलाम होमगार्ड कार्यालय के सहायक उपनिरीक्षक जितेन्द्र कुमार पांडेय को रंगेहाथ पकड़ा था। मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। 3 साल चली सुनाई के बाद न्यायालय ने रिश्वत लेने के आरोप में सहायक उपनिरीक्षक को 4 साल की सजा और 2 हजार रूपये अर्थदंड से दंडित किया है। रतलाम के जिला अभियोजन अधिकारी गोविंदप्रसाद घाटिया ने बताया कि शिकायत कर्ता राकेश जाट के पिता नानालाल जाट होमगार्ड कार्यालय रतलाम में लान्स नायक के पद पर थे। उनका निधन होने पर संचित निधि की राशि 2 लाख और करूणा भत्ता अनुदान की राशि 51 हजार रूपये का भुगतान होना था। जिसके एवज में होमगार्ड कार्यालय के सहायक उपनिरीक्षक जितेन्द्र पांडेय द्वारा रिश्वत के रूप में 3 हजाार मांग की थी। राकेश जाट 2 हजार दे चुका था। एक हजार की रिश्वत मांग के लिये दबाव बनाया जा रहा था। प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक कृष्णकांत चौहान द्वारा की गई।