आधार कार्ड में हेराफेरी कर 2.25 करोड़ में किया जमीन का सौदा
उज्जैन। दस्तावेजों में हेराफेरी करने के बाद खुद जमीन मालिक बनकर करोड़ो की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह के 2 सदस्यों को सात दिनों की रिमांड पर लिया गया है। गिरोह के कुछ सदस्य भी हिरासत में है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।माधवनगर थाना एएसआई लक्ष्मीकांत गौतम ने बताया कि इंदौर के तेजाजी नगर में रहने वाले रेहाना पति फहरत ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने मानपुरा स्थित 8 बीघा जमीन का सौदा धनकिशोर पिता कंचन कुमार निवासी कोटा राजस्थान और राकेश पिता हिन्दूसिंह कटारिया गोपालपुरा उज्जैन की मदद से 2.25 करोड़ में किया है। लेकिन जमीन का खुद को मालिक बताने वालों ने फर्जी दस्तावेजों से 4 नवम्बर को रजिस्ट्री करा दी। जब जमीन पर पहुंचे तो धोखाधड़ी होने का पता चला। जमीन भोपाल के रहने वाले अशोक सकलेचा के नाम दर्ज है। जबकि राकेश और धनकिशोर ने जमीन का मालिक चाक्क्षु को बताया था। एएसआई गौतम के अनुसार मामला फर्जी दस्तावेजों से रजिस्ट्री कराने का होने पर जांच के बाद मामले में शुक्रवार रात प्रकरण दर्ज कर धनकिशोर और राकेश कटारिया को गिरफ्तार किया गया। दोनों को शनिवार दोपहर कोर्ट में पेश कर सात दिनों की रिमांड पर लिया गया है। फर्जी दस्तावेजों से जमीन का सौदा करने वाले गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। राकेश के हिरासत में आने पर उसके पास से एक पिस्टल और 3 कारतूस भी मिले है। पिस्टल के वैध और अवैध होने की जांच शुरू की गई है।
इफरान दिखाई थी मानपुरा में जमीन
बताया जा रहा है कि इंदौर की रेहाना को जमीन खरीदना थी। उसे परिचित इरफान ने उज्जैन में अच्छी जमीन होने की बात बताई और राकेश कटारिया से मिलवाया। जमीन पर राकेश ने कब्जा कर रखा था। रेहाना और उसका परिवार जमीन देखने आया और पसंद आने पर सौदे की बात तय की गई। राकेश ने अपने गिरोह में शामिल धनकिशोर उर्फ घनश्याम पुरोहित कोटा को शामिल किया। धनकिशोर ने जमीन के असली मालिक अशोक सकलेचा भोपाल के आधार कार्ड में हेराफेरी की और चाक्क्षु निवासी कोटा का फोटो एडिट कर उसे जमीन का मालिक बना दिया। रजिस्ट्रार कार्यालय में उक्त आधार कार्ड से रेहाना के नाम रजिस्ट्री करा दी।
अशोक सकलेचा के पास पहुंचा मैसेज
एएसआई लक्ष्मीकांत गौतम ने बताया कि 4 नम्बर को मानपुरा की 8 बीघा जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद जमीन मालिक अशोक सकेलचा के मोबाइल पर मैसेज पहुंच गया। उसे जमीन की रजिस्ट्री होने का पता चला तो वह उज्जैन पहुंचा। उसकी जमीन पर रेहाना कब्जा लेने और तार फेंसिंग करने पहुंची थी। उसने रजिस्ट्री के दस्तावेज दिखाने को कहा तो उसमें अशोक सकलेचा के आधार पर दूसरे का फोटो लगा होना सामने आया। तब रेहाना को पता चला कि उसके साथ 2.25 करोड़ की धोखाधड़ी की गई है।
हिन्दूवादी नेता बताता है राकेश
पुलिस के अनुसार फर्जी दस्तावेजों से जमीन का सौदा कराकर करोड़ो की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह में शामिल राकेश खुद को हिन्दूवादी नेता होना बताता है। उसने अशोक सकलेचा की जमीन पर कब्जा भी कर रखा था। गिरोह के खिलाफ अन्य शहरों में भी धोखाधड़ी किये जाने की जानकारी सामने आ रही है। जिसका खुलासा रिमांड पर पूछताछ में हो सकता है।