कारोबारी मनोज परमार और पत्नी का शव फंदे पर मिला, राहुल गांधी को गुल्लक भेंट कर चर्चा में आए थे
भोपाल। सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला है। एसडीओपी आकाश अमलकर ने इसकी पुष्टि की है। 5 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके घर-दफ्तर पर रेड की थी। इसके बाद से वे परेशान थे। मौके पर टीआई रविंद्र यादव पहुंचे हैं, घटनास्थल पर सुसाइड नोट भी मिला है। फिलहाल यह सामने नहीं आया है कि इस नोट में क्या लिखा है? कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी खबर मिलते ही आष्टा के पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे हैं। वे अधिकारियों और परिजन से मामले का जानकारी ले रहे हैं। ईडी की टीम ने 5 दिसंबर को परमार के इंदौर और सीहोर स्थित चार ठिकानों पर छापा मारा था। यहां से कई चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए थे। साथ ही साढ़े तीन लाख रुपए का बैंक बैलेंस भी फ्रीज किया था। अभी तक यह खुलासा नहीं किया गया है कि कौन-कौन सी चल-अचल संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए हैं और उनकी कीमत क्या है? ईडी के भोपाल जोनल कार्यालय के अनुसार, कार्रवाई द प्रोविजंस ऑफ प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की गई थी। मामला पंजाब नेशनल बैंक में 6 करोड़ के फ्रॉड से जुड़ा है। इसमें परमार की गिरफ्तारी भी की गई थी। मनोज के तीन बच्चे हैं। बड़े बेटे जतिन ने कहा, ‘ईडी वालों ने मानसिक तौर पर प्रेशर बनाया था। इस कारण माता-पिता ने सुसाइड किया है।’ वहीं, मनोज के भाई राजेश परमार ने बताया कि मनोज पर ईडी का मानसिक दबाव था। इससे पहले भी कार्रवाई हुई, इससे वह परेशान हो चुका था।