दैनिक अवंतिका उज्जैन। नए साल 2025 में 13 जनवरी को खरमास समाप्त हो जाएगा और इसके दो-तीन दिन बाद यानी 16 जनवरी से शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। इस बार 15 दिसंबर यानी रविवार से इसकी शुरुआत हो रही है। इस मास में एक महीने तक विवाह से लेकर कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाएंगे। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया साल में दो बार सूर्य के धनु एवं मीन राशि में परिवर्तन के कारण मलमास या खरमास की स्थिति बनती है। अभी सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के चलते खरमास लगेगा। धनु राशि की संक्रांति में धर्म की वृद्धि होती है। इसलिए इस मास में लोग तीर्थ में जाकर स्नान, दान आदि करते हैं। सूर्य के मकर राशि में आते ही उत्तरायण शुरू हो जाएगा सूर्य अभी धनु राशि में विचरण करेंगे। जनवरी में जब मकर राशि में प्रवेश करेंगे तो सूर्य की मकर संक्रांति शुरू होगी। सूर्य के मकर में प्रवेश करते ही उत्तरायण शुरू हो जाएगा। सूर्य का उत्तरायण होना ही शुभता का प्रतीक माना जाता है। इसी माह से विवाह आदि सभी प्रकार के शुभ भी शुरू होने लगेंगे। इसके लिए पहला मुहूर्त 16 जनवरी को आएगा। सूर्य का उत्तरायण काल धार्मिक व मांगलिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।जनवरी से मार्च तक शुभ कार्यों के लिए लगातार आएंगे मुहूर्तसाल 2025 में जनवरी से मार्च तक लगातार 3 महीने विवाह से लेकर सभी शुभ कार्य के लिए मुहूर्त रहेंगे। पंडितों की माने तो जनवरी में चार मुहूर्त, फरवरी में छह, मार्च में दो मुहूर्त है। इसके बाद 14 मार्च से सूर्य की मीन संक्रांति लगेंगी। यह भी मलमास की श्रेणी में आता है। 14 मार्च से 14 अप्रैल तक शुभ कार्य नहीं होंगे। इसके बाद पुनः: मांगलिक कार्य की शुरुआत होगी।