फ्रांस के मायोट में 100 साल में सबसे बड़ा तूफान, 1000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका
एजेंसी पेरिस
हिंद महासागर के द्वीप मायोट में आए एक चक्रवात ‘चिडो’ ने भारी तबाही मचाई है। उठठ के मुताबिक चक्रवात के दौरान 225 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं, जिसकी वजह से दर्जनों बस्तियां पूरी तरह से बर्बाद हो गईं।
चिडो को मायोट में पिछले 100 सालों में आया सबसे भीषण तूफान बताया जा रहा है। ऐसी आशंका है कि कम से कम 1,000 लोग मारे गए हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है। इस तूफान ने इतनी तबाही मचाई है कि लोग इसकी तुलना परमाणु बम से कर रहे हैं।
मायोट अफ्रीका के पूर्वी तट से दूर हिंद महासागर में, मेडागास्कर के ठीक पश्चिम में स्थित है। इस पर फ्रांस का कब्जा है। यह यूरोपीय देश से 7,837 किमी दूर है। फ्रांस से आए बचाव दल सहित बचावकर्मी मलबे में जीवित बचे लोगों की तलाश में जुटे हैं। लेवल-4 का तूफान, मेडागास्कर से मोजाम्बिक तक तबाही मचाई फ्रांस के मौसम विभाग के मुताबिक चिडो लेवल-4 का तूफान था जो शनिवार-रविवार को दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर से गुजरा। पहले इसने मेडागास्कर में तबाही मचाई लेकिन सबसे ज्यादा असर मायोट में पड़ा। इसके बाद यह मोजाम्बिक की तरफ बढ़ गया। फिलहाल तूफान कमजोर पड़ गया है।
मायोट के अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात से बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा है। बिजली व्यवस्था ठप हो गई है। सड़कें टूट गई हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
मायोट की आबादी 3 लाख 20 हजार है। इसमें से हजारों लोग खाना, पानी और रहने की समस्या से जूझ रहे हैं। लोगों को 3 दिनों से पानी तक नहीं मिला है और भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं।