कार्तिक मेला क्षेत्र में शंकराचार्य चौराहे पर फिर पाइपलाइन फूटी पिछले कई दिनों से गंदगी के साथ चेंबर का पानी मिल रहा है शिप्रा में
उज्जैन। कार्तिक मेला क्षेत्र में शंकराचार्य चौराहे के समीप बने चेंबर का पानी पिछले कई दिनों से नालियों के कचरे के साथ सीधे शिप्रा में मिल रहा है। पिछले कई दिनों से यह स्थिति है। लेकिन इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गुरुवार दोपहर को भी खुदाई का कार्य जारी था। बताया जाता है कि शंकराचार्य चौराहे पर गंभीर से आ रही पीएचई की पाइपलाइन लीकेज हो गई थी और उस लीकेज को सुधारने के लिए यहां पर मजदूरों द्वारा खुदाई की गई है। लेकिन खास बात यह है कि जिस जगह खुदाई की गई है। वहीं पर एक नाले का चैंबर बना हुआ है और पाइपलाइन का पानी उसमें जा रहा है इस वजह सेे चेंबर लबालब भरा हुआ है और चैबर के पानी को पाईप द्वारा बाहर निकालकर बहाया जा रहा है जो नालियों से होते हुए सीधा शिप्रा में मिल रहा है इधर कर्मचारियों का कहना है की लीकेज पेयजल पाइप लाइन का पानी है। लेकिन पिछले कई दिनों से यह लीकेज सुधारा जा रहा है। गुरुवार दोपहर तक इसको सुधारने का कार्य चल रहा था। साथ ही छोटे पुल के समीप मेले में लगी कई दुकानों में भी यह पानी घुस गया है और जगह-जगह कीचड़ फैल गया है। नालियों में पड़ी गंदगी के साथ यह पानी शिप्रा में पहुंच रहा है। पाइपलाइन में लीकेज हुए 4 से 5 दिन हो चुके हैं।
टाटा की खुदाई के दौरान भी इस जगह की पाइपलाइन फूटी थी
पहले भी टाटा कंपनी की खुदाई के दौरान इस जगह पर पाइप लाइन में लीकेज हो गया था उस दौरान भी इसी चेंबर में पानी भर गया था तथा चेंबर ओवरफ्लो होने के बाद इसका पानी गंदगी के साथ नालियों से होते हुए सीधे शिप्रा में जाकर मिल रहा था।